पुस्तकें

कहते हैं पुस्तकें ज्ञान देती है
 मैं कहती हूं पुस्तकें साथ देती हैं
 जीवन के हर पड़ाव में
 सुख और दुख के बहाव में 


 पुस्तके  जीवन का ज्ञान देती हैं
 हमें अपनी  पहचान देती है
 हर प्रश्न का हल देती है
 हमारा आज हमारा कल देती है 

सबसे अलग इनकी दुनिया में
 कई गहरे राज होते हैं 
कुछ  धुंधले से तो
 कुछ बिल्कुल साफ होते हैं

 इनमें कवि की कल्पना
 लेखक के दिल के भाव होते हैं
 इसीलिए तो कुछ निर्जीव शब्दों के 
इतने गहरे घाव होते हैं  

यह शब्द यूं तो कुछ ग़ज़ल बनाते हैं
अपने सपनों कल्पनाओं  एक महल बनाते हैं
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Gungunana hamari fidrat h

Mai khud ko khoti Jaa rhi hu

Dil ki Aawaj sun le